Lockdown par Essay in hindi - लॉकडाउन पर निबंध

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दोस्तों अगर आप Lockdown par Essay in hindi पढ़ना चाहते हैं तो इस आर्टिकल को लास्ट तक जरूर पढ़िए।

Lockdown par Essay in hindi – लॉकडाउन का समय पर निबंध

आइए आपको बताते हैं Lockdown par Essay in hindi के बारे में

(1 ) प्रस्तावना (2) लॉकडाउन से हानि (3) लॉकडाउन के लाभ (4) उपसंहार।

प्रस्तावना

लॉकडाउन यह मानव जाति के इतिहास में पहली बार आया है ,

जहां पूरे देश में धारा 144 के तहत सबको घर में रहने की सलाह दी गई।

यह इसलिए किया गया, क्योंकि एक ऐसे जानलेवा वायरस ने अपना प्रभाव दिखाया कि पूरी दुनिया में लाखों लोगों की जान चली गई है। और अब भी संक्रमण का खतरा बढ़ रहा है।

कोरोना वायरस से बचने का सिर्फ एक ही उपाय है, वह है सामाजिक दूरी ।

यह संक्रमण एक इंसान से दूसरे इंसान में तेजी से फैलता है।

भारत सरकार ने हिदायत दी है कि हम पर्सनल और प्रोफेशनल रिश्ते से हर संभव दूरी बनाए रखें,

तभी हमें इस वायरस से मुक्ति मिल सकती है। भारत के सभी राज्यों में लोग घर पर रहकर सरकार के निर्देशों का पालन कर रहे हैं।

दोस्तों Lockdown par Essay in hindi ये एक इंपॉर्टेंट टॉपिक बन गया है

इसलिए इस टॉपिक पर बोर्ड परीक्षा तथा प्रतियोगी परीक्षाओं में निबंध पूछे जाने के अधिक चांस बन जाते हैं।

लॉकडाउन से हानि

लॉक डाउन होने से बड़े-बड़े कार्यालय, कल कारखानों को बंद करने के कारण मजदूरों पर आफत आ गई है । जो मजदूर दैनिक मजदूरी पर अपना जीवन यापन करते थे उनके घरों का चूल्हा जलना तक बंद हो गया । बस्ती में लोग भूखे सो रहे हैं।

गरीब घरों पर लॉक डाउन का सबसे ज्यादा असर पड़ा है। उनके पास घर लौटने तक पैसे नहीं है।

देश में ऐसी परिस्थिति के कारण को समझते हुए देश की सरकार ने प्रधानमंत्री राहत कोष से जरूरतमंद लोगों की सहायता करने का निर्णय लिया।‌

बहुत सारे लोगों ने भी आगे आकर मदद करना आरंभ कर दिया लगभग सभी देशों के कारोबार को भारी हानि हुई।

बड़े बड़े कारखानों को बंद करने से उनको भयानक हानि सहन करनी पड़ रही है बाकी व्यवसायियों को काफी नुकसान उठाना पड़ रहा है।

lockdown ke upar nibandh
Lockdown par Essay in hindi

लॉकडाउन से भारत को अनुमानित 100 अरब डालर तक घाटा होने की आशंका है।

कोरोना वायरस से 14 अप्रैल तक देश में सरकार लाकडाउन रखना चाहती थी ।

किंतु अब 31 मई तक क्रमशः 4 चरणों में लॉकडाउन की व्यवस्था की गई है ।

भारत में लॉकडाउन के कारण घर में रहते हुए लोगों को मानसिक समस्या हो सकती हैं।

इससे छोटे बच्चों को काफी समस्या हुई है बाहर खेलने कूदने में असमर्थ है।

कई लोग डिप्रेशन का शिकार भी हो सकते हैं।

इन सब से बचने के का उपाय है कि अपने आपको ज्यादा से ज्यादा काम का जो में लगाएं जिससे यह सब ख्याल हमारे मस्तिष्क में कम आएंगे।

लॉकडाउन के लाभ

रोजमर्रा की जिंदगी में हम कार्यालय के कार्य में इतने व्यस्त हो जाते हैं कि हमें अपने परिवार के साथ वक्त बिताने का मौका नहीं मिलता।

पहले 21 दिनों के लॉकडाउन में हमें वे बेहतरीन पल मिले जिनमें अपने परिजनों के साथ समय व्यतीत किया जहां कुछ लोगों ने यूट्यूब से वीडियो देखकर भोजन बनाना सिखा।

कुछ लोगों ने घर परिवार के लोगों के साथ कुछ मशहूर चलचित्र और वेब सीरीज देखा और कुछ लोगों को अपने बच्चों के साथ वक्त बिताने का अवसर मिलता था,

लॉकडाउन के कारण यह अवसर प्राप्त हुआ बच्चों के साथ वीडियो गेम्स,

कैरम जैसे खेलों का आनंद लिया विद्यालय में छुट्टी होने के कारण घर बैठकर

शिक्षकों ने ऑनलाइन क्लासेज का सहारा लिया ताकि विद्यार्थियों की शिक्षा में कोई रुकावट ना आए।

लोगों को लॉकडाउन के इन कुछ दिनों में अपने दिल में दबे शौक पूर्ण करने का मौका मिला

आम आदमी से लेकर बड़े-बड़े सेलिब्रिटीज ने इसका फायदा उठाया किसी ने कोई वाद्ययंत्र बजाना सिखा, किसी ने नृत्य सीखा और अभ्यास किया।

जो दैनिक जीवन में असंभव है लॉक डाउन रहने के कारण कोरोना वायरस के मरीजों में गिरावट आई

और संक्रमण फैलने का खतरा कम हुआ हमारी रोजमर्रा की जिंदगी की चीजों में कमी ना हो इसलिए सरकार ने फल, सब्जी और दवाइयां बाजार में उपलब्ध कराई।

प्रदूषण में कमी

लॉक डाउन से बड़े-बड़े कारखाने और वाहनों का चलना निषेध हो गया

जिसके कारण प्रदूषण में कमी आई। कल कारखानों का कचरा जो बाहर नदी के जल में प्रवाहित कर दिया जाता था उस पर रोक लग गई और

अब वायु प्रदूषण में नियंत्रण आ चुका है साथ ही जल और ध्वनि प्रदूषण में भी गिरावट आई है।

जो प्रकृति के लिए लाभदायक है ।

पक्षी आकाश में स्वच्छंद रूप से सैर कर रहे हैं ।

वायु पहले के मुकाबले शुद्ध हो गई है।

लॉकडाउन के कारण प्रदूषित वातावरण हर प्रकार से शुद्ध हो गया है।

उपसंहार

भारत में प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने कोरोना के प्रकोप को नियंत्रण करने के लिए 14 अप्रैल तक पूरी तरह से लॉक डाउन की घोषणा की थी लेकिन बढ़ते

संक्रमण को देखते हुए चार चरणों में 31 मई तक बढ़ा दिया है।

इनके निर्देशों का पालन करना हमारा कर्तव्य है, ताकि शीघ्र ही इस जानलेवा महामारी से मुक्ति मिल सके तभी हम और हमारी सरकार सामान्य जीवन व्यतीत कर पाएंगे ।

इस संसार में जिंदगी से बढ़कर कोई चीज नहीं है।

घर पर रहकर ही हम इस महामारी पर नियंत्रण कर सकते हैं।

Conclusion – Lockdown par Essay in hindi

In Conclusion दोस्तों इस आर्टिकल के माध्यम से हमने Lockdown par Essay in hindi कैसे लिखा जाता है?

इसके बारे में जानकारी दी आप बोर्ड परीक्षा या प्रतियोगी परीक्षा

जिसमें ये निबंध लिखना चाहते हैं वहां पर दी गई शब्द सीमा (Word limit) के हिसाब से लिख लीजिएगा।

Lockdown par Essay in hindi

Finally अगर आप Career ,Courses and Exams से संबंधित

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